Amit Shah Sirsa Rally: BJP आज हरियाणा में अपने ‘मिशन 2024’ (अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव) का प्रचार कर रही है. ऐसे में, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज हरियाणा के सिरसा से 2024 के लोकसभा चुनाव का आगाज करेंगे. अमित शाह सिरसा एयरपोर्ट पर आ गए हैं.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब, प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़, सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल, मनजिंदर सिंह सिरसा, उपायुक्त पार्थ गुप्ता और पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीणा ने भी एयरपोर्ट पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का स्वागत किया. इस दौरान बिप्लब देब ने अमित शाह का पांव छूकर उनका अभिवादन किया.
आम आदमी पार्टी के लोकसभा प्रभारी कुलदीप गदरना और सचिव एडवोकेट वीरेंद्र कुमार को अमित शाह के दौरे को लेकर घर में नजरबंद कर दिया गया है. रात को पुलिस उनके घर पर पहुंच गई थी और सुबह तक उन्हें घर में बंद कर रखा था. सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल और जिला सरपंच एसोसिएशन के प्रधान भी गिरफ्तार किए गए.
भगवंत मान पर साधा निशाना
अमित शाह ने मंच से भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि आम आदमी पार्टी जैसी खोखले वादे करने वाली सरकार मैंने अपने पूरे जीवन में नहीं देखी। यहां के मुख्यमंत्री सिर्फ अरविंद केजरीवाल को देशभर का दौरा करवाते हैं। मुख्यमंत्री का पूरा समय केजरीवाल के दौरे में जाता है, जिस कारण पंजाब की कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है लेकिन मुख्यमंत्री के पास पंजाब के लिए समय ही नहीं है।
इस रैली का क्या अर्थ है?
बीजेपी ने अपने पहले सर्वे में 50 ऐसी लोकसभा सीटें खो दीं, जिनमें वे कमजोर हो रहे थे. इसमें सिरसा और रोहतक दो हरियाणा सीटें थीं. बीजेपी इसलिए सिरसा से शुरू कर रही है. दूसरा सिरसा चौटाला परिवार का गढ़ रह चुका है. बीजेपी को कोई विधायक या सांसद नहीं है. बीजेपी चाहती है कि चौटाला परिवार के गढ़ में इनेलो के साथ-साथ जजपा को भी संदेश दें.
भाजपा वर्तमान में हरियाणा में गठबंधन के साथ काम कर रही है. रैली से पहले भी पुलिस ने 130 प्रदर्शनकारियों को नोटिस भेजे हैं. पुलिस को कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था भंग होने का भय था.
9 साल के कामों को गिनवाया
अमित शाह ने मंच से भाजपा के 9 साल के कामों को गिनवाया है। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चैलेंज करते हुए कहा कि किसानों की वो बात करते हैं तो दस साल का रिकॉर्ड लेकर आ जाओ, किसने ज्यादा गेहूं और धान खरीदा, किसने ज्यादा रुपये में धान और गेहूं खरीदा। उन्होंने कहा कि हुड्डा साहब ने दस साल में कभी भी किसानों को सीधा रुपया नहीं भेजा, मनोहर लाल ने भावांतर भरपाई योजना लागू की।