जैसा कि आप जानते हैं हाल ही में देश का 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। इस मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से जनता को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री बताया कि 5G के बाद अब भारत 6G टेक्नोलॉजी की तरफ तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है।
आपको बता दें भारत में 5G रोलआउट को केवल 10 महीने हुए हैं लेकिन इतने कम समय में 3 लाख से अधिक साइट्स तक 5G नेटवर्क पहुंच चुका है। भारत में 5G रोलआउट को लेकर शुरुआत से ही तेजी नज़र आ रही थी। लॉन्च होने के पहले 5 महीनों में 1 लाख साइट्स तक 5G नेटवर्क पंहुचा।
5G के बाद अब भारत में चल रही 6G की तैयारी
भारत में पिछले साल 5G टेक्नोलॉजी को लाया गया था और तब से यह देश के कोने-कोने में फेल रही है। 5G Network के आ जाने के बाद अब भारत में 6G टेक्नोलॉजी को लेकर चर्चा की जा रही है। हाल ही में भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा 6G एलायंस (B6GA) को लॉन्च किया है।
सबसे पहले यह समझते हैं कि आखिर B6GA है क्या? आपको बता दें B6GA का अर्थ है भारत 6G एलायंस से है जोकि एक सहयोगी मंच है। जिसमें सार्वजनिक संगठनों के अलावा, निजी कंपनियों एवं मानव विकास संगठन आदि की भागीदारी है। इसका उदेश्य ग्लोबल लेवल पर 6G Global Alliances के साथ आपसी साझेदारी एवं तालमेल बनाना है।
B6GA को इसलिए बनाया गया है ताकि इसकी सहायता से 6G टेक्नोलॉजी की व्यावसायिक और सामाजिक जरूरतों को समझा जा सके।
B6GA ऐसे करेगा काम
भारत में 5G टेक्नोलॉजी को जल्द से जल्द उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में सरकार जल्दी ही 6G टेक्नोलॉजी को लाने पर विचार कर रही है। भारत 6G अलायंस की 6G टेक्नोलॉजी के विकास अहम भूमिका होने वाली है।
फ़िलहाल सबसे तेज इंटरनेट टेक्नोलॉजी के तौर पर एक यूजर को 5G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने को मिल रहा है। 5G के सक्सेस को देखते हुए 6G को लाने पर काम किया जा रहा है। ऐसी उम्मीद है कि 6G टेक्नोलॉजी 5G की तुलना में 100 गुना तेज होगी। इसी के साथ यह टेक्नोलॉजी अल्ट्रा-लो लेटेंसी, उच्च विश्वसनीयता एवं व्यापक कनेक्टिविटी के साथ आएगी।
6G टेक्नोलॉजी कि सहायता से ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस, क्वांटम इंटरनेट, होलोग्राफिक कम्युनिकेशन एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे इनोवेशन में आसानी होगी।