हरियाणा राज्य में एक के बाद एक सुविधाएं दी जा रही हैं और कई तरह के तरक्की के काम किए जा रहे हैं। एक तरफ जहां Haryana के मुख्यमंत्री ने प्रदेश को कई योजनाओं से जोड़ा है तो दूसरी तरफ अब उपमुख्यमंत्री ने भी एक बड़ी घोषणा की है।
आपको बता दें कि हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Deputy CM Dushyant Chautala) इस समय गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में गए हुए हैं। इस दौरान उन्होंने समाज कल्याण के लिए और प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए हरित योजनाओं के उपयोग पर भी जोर देने की बात कही है।
Deputy CM Dushyant Chautala ने बताया कि दुनिया में हरित ऊर्जा एकमात्र ऐसा विकल्प है जो हमेशा चलता रहेगा और भारत इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रहा है ताकि पर्यावरण संरक्षण भी हो सके। इस बारे में Dushyant Chautala ने कहा कि IT सेक्टर और पर्यावरण संरक्षण एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, इसीलिए भारत अब Solar Light, Electric Car and IT Industry में भी लगातार हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ा रहा है।
इस दौरान Haryana के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala ) ने यह भी बताया कि हमें विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में हरित ऊर्जा के चैप्टर को भी पढ़ाना चाहिए और इसके बारे में छात्रों को समझाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस सोलर ऊर्जा या हरित ऊर्जा की कीमत ऐसी होनी चाहिए कि उसे सभी व्यक्तियों के लिए उपयोग में लाया जा सके।
इसके अलावा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने उचाना क्षेत्र के गुरुकुल खेड़ा गांव का जिक्र करते हुए यह भी कहा है कि इस गांव को नवंबर महीने के अंत तक पूर्ण रूप से सौर ऊर्जा वाला राज्य का पहला गांव बना दिया जायेगा। उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा कि गुरुकुल खेड़ा में पूर्ण रूप से सोलर ऊर्जा का प्रयोग किया जाएगा और हर घर में लोग सोलर ऊर्जा के उपयोग से बिजली का इस्तेमाल करेंगे। इस तरह से वह आत्मनिर्भर भी बन सकते हैं।
इसके अलावा दुष्यंत चौटाला ने भविष्य के लिए भी सौर ऊर्जा के संरक्षण की बात पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश के उन राज्यों में सबसे आगे बढ़ रहा है जो सबसे अच्छी इलेक्ट्रिक वाहन (Electric Vehicle) नीति को बढ़ावा दे रहे है। इसके अलावा गुरुग्राम में स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ़ एनर्जी एंड रिसोर्सेस कॉलेज (Institute of Energy and Resources College) के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह कॉलेज पूरी तरह से सौर ऊर्जा को बनाए रखने और बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। इसके अलावा भारत में कई सारे ऐसे निजी और सरकारी संस्थान है जो हरित ऊर्जा जैसे विषयों और उनके उपयोग पर कम कर रहे हैं।