Kis Kisko Pyaar Karoon 2 Movie Review: आखिरकार इंतजार खत्म हुआ! ‘कॉमेडी किंग’ कपिल शर्मा (Kapil Sharma) एक बार फिर बड़े पर्दे पर लौट आए हैं। 2015 में आई उनकी डेब्यू फिल्म ‘किस किसको प्यार करूं’ ने दर्शकों को खूब गुदगुदाया था और अब पूरे 10 साल बाद उसका सीक्वल ‘किस किसको प्यार करूं 2’ (Kis Kisko Pyaar Karoon 2) आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गया है।

अगर आप इस वीकेंड अपने परिवार के साथ हंसी के ठहाके लगाना चाहते हैं और दिमाग पर ज्यादा जोर नहीं डालना चाहते, तो यह फिल्म आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है। आइए जानते हैं क्या खास है इस फिल्म में।

कहानी: एक मोहन, तीन बीवियां और ढेर सारा कंफ्यूजन

फिल्म की कहानी वहीं से शुरू होती है जहां एक आम आदमी की जिंदगी ‘त्रासदी’ बन जाती है—लेकिन दर्शकों के लिए कॉमेडी। इस बार हमारे हीरो मोहन (कपिल शर्मा) का दिल सान्या (हीरा वरीना) के लिए धड़कता है। वह सान्या से शादी करने के लिए कुछ भी करने को तैयार है, यहाँ तक कि धर्म बदलने को भी।

लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर होता है। हालात कुछ ऐसे बनते हैं कि सान्या को पाने की कोशिश में मोहन अनजाने में तीन अलग-अलग लड़कियों— मीरा (त्रिधा चौधरी), रूही (आयशा खान) और जेनी (पारुल गुलाटी) से शादी कर बैठता है। अब मोहन एक ही शहर में, अलग-अलग पहचान (मोहन, महमूद और माइकल) के साथ इन तीनों को कैसे संभालता है और कैसे अपनी असली मोहब्बत सान्या तक पहुँचता है, यही फिल्म की ‘क्रेजी’ कहानी है।

Featured

एक्टिंग: कपिल शर्मा का जवाब नहीं!

कपिल शर्मा को पता है कि दर्शक उनसे क्या चाहते हैं। उन्होंने अपने ‘पोकर फेस’ और शानदार कॉमिक टाइमिंग से पूरी फिल्म को अपने कंधों पर उठाया है। वे इमोशनल सीन्स में भी ठीक-ठाक लगे हैं, लेकिन कॉमेडी उनका होमग्राउंड है।

  • मनजोत सिंह: कपिल के दोस्त के रोल में मनजोत सिंह (Manjot Singh) ने जबरदस्त काम किया है। उनकी और कपिल की जुगलबंदी आपको ‘फुकरे’ की याद दिला देगी।
  • एक्ट्रेसेस: त्रिधा चौधरी, पारुल गुलाटी और आयशा खान ने अपने-अपने किरदारों के साथ न्याय किया है। हीरा वरीना थोड़ी और बेहतर हो सकती थीं।
  • असरानी और सुशांत सिंह: दिग्गज अभिनेता असरानी (Asrani) जब भी स्क्रीन पर आते हैं, चेहरे पर मुस्कान ले आते हैं।

डायरेक्शन और राइटिंग

फिल्म का निर्देशन अनुकल्प गोस्वामी ने किया है, जो कपिल शर्मा शो के लेखक भी रहे हैं। उनकी राइटिंग में वही टीवी वाला फ्लेवर है—वन-लाइनर्स की भरमार है। अब्बास-मस्तान (Abbas-Mustan) का प्रोडक्शन होने के बावजूद, फिल्म में सस्पेंस कम और ‘कंफ्यूजन वाली कॉमेडी’ ज्यादा है।

अच्छी बात यह है कि फिल्म में फुहड़ता (Vulgarity) नहीं है। यह एक साफ-सुथरी फैमिली एंटरटेनमेंट फिल्म है जिसे आप माता-पिता और बच्चों के साथ देख सकते हैं। हालांकि, अगर आप कहानी में लॉजिक ढूंढेंगे, तो आपको निराशा हाथ लगेगी।

देखें या न देखें?

अगर आप ‘इंटलेक्चुअल’ सिनेमा के शौकीन हैं, तो शायद यह फिल्म आपको सिरदर्द दे सकती है। लेकिन अगर आप हफ्ते भर की थकान मिटाना चाहते हैं और बिना दिमाग लगाए सिर्फ हंसना चाहते हैं, तो ‘किस किसको प्यार करूं 2’ पैसा वसूल फिल्म है।