42 करोड़ रुपये की लागत से शाजापुर जिले के गुलाना में भव्य आधुनिक सुविधाओं वाला CM Rise School भवन बनकर तैयार है। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने नवीन स्कूल भवन का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों से चर्चा की। कार्यक्रम में CM Shivraj Singh Chouhan, स्कूल शिक्षा मंत्री Inder Singh Parmar और जिले के प्रभारी मंत्री Brajendra Singh Yadav भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में स्कूली बच्चे हाथों में तख्तियां लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान का आभार जताते हुए दिखाई दिए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि बगिया बिना फूल सूनी है, आकाश बिना तारों सूना है, व्यापार बिना धन सूना है और परिवार बिना बच्चों सूना है। ठीक वैसे ही शिक्षा के बिना जीवन सूना है।
23 साल पहले, Atal Bihari Vajpayee ने स्कूल चलें हम अभियान शुरू किया था। उन्होंने कहा “सवेरा हो गया है, चिड़िया घोंसले से निकल रही है, स्कूल की घंटी बज गई है, बच्चे सब स्कूल जा रहे हैं, हम भी तैयार हैं, स्कूल चलें हम मिलकर स्कूल चले हम, इसके दरवाजे से दुनिया के हर दरवाजे खुलते हैं, कोई आगे चलता है, कोई पीछे चलता है, रोके से नहीं रुके, मर्जी से चलें हम, बादल सा गरजे हम, सावन सा बरसे हम, सूरज सा चमके हम, स्कूल चलें हम’।
सारी सुविधाओं से जुड़े खुलेंगे 9000 स्कूल
चौहान ने कहा कि प्रदेश में हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रदेश में 9 हजार सर्व-सुविधायुक्त सीएम राईज स्कूल खोले जा रहे हैं, जिनमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाएगी। स्मार्ट क्लास में दिल्ली और मुंबई के शिक्षक भी बच्चों को पढ़ा सकेंगे। ‘अटल टिंकरिंग लेब’ बच्चों में नवाचार और रचना कौशल बढ़ाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, “ PM Narendra Modi द्वारा देश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है जिसमें बच्चों के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जा रहा है। सीएम राईज स्कूल इसी उद्देश्य के साथ खोले गये हैं। सीएम राईज विद्यालय, स्मार्ट क्लास, आधुनिक लैब, लाइब्रेरी, खेल-मैदान और अन्य सुविधाओं से युक्त होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आदर्श सीएम राईज विद्यालय बनाये जाने के लिए शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और स्कूल शिक्षा विभाग की सराहना की।”
बच्चों को मिलेगा साइकिल, स्कूटी और लैपटॉप
चौहान ने आगे कहा कि प्रदेश के हर बच्चे की अच्छी शिक्षा के लिये सरकार हर आवश्यक सुविधा दे रही हैं। शिक्षण-शुल्क, स्कूल यूनीफॉर्म, मध्यान्ह भोजन, साइकिल, स्कूटी, लेपटॉप प्रदान किये जा रहे है। कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लेपटॉप के लिये 25 हजार रूपये की राशि दी जाएगी।
कक्षा 5 से 6 में तथा कक्षा 8 से 9 में प्रवेश पर दूसरे गांव के स्कूल में जाने के लिये बच्चों के खाते में 4 हजार 500 रूपये की साइकिल की राशि डाली जाएगी। आगामी 20 जुलाई को मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप वितरण का कार्यक्रम किया जाएगा। सरकार मेधावी विद्यार्थियों की मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईटीआई, आईआईएम आदि पाठ्यक्रम की फीस भी भरवा रही है।
‘स्कूल चलें हम’ अभियान को बनाये सफल
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोग मिलकर स्कूल चलें हम अभियान को सफल बनाएं। यदि हमारे आसपास का कोई भी बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है तो उसे स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करना है। शिक्षा के बिना जिन्दगी अधूरी है। व्यक्तित्व के निर्माण के लिए पढ़ाई जरूरी है।
प्रदेश भर में जन-प्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी, खिलाड़ी, कलाकार, उद्योगपति आदि विद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों से बातचीत कर रहे हैं और विशेष कक्षाओं के माध्यम से उन्हें जीवन के अनुभवों से अवगत करवा रहे हैं। प्रदेश में साक्षरता क्षेत्र में नए अभियान की पहल भी की गई है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि स्कूल चलें हम अभियान को जन-आंदोलन का रूप दिया गया है। उद्देश्य यह है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।