silver rate today : क्या आपके घर की तिजोरी में दादी-नानी के जमाने के पुराने चांदी के सिक्के, भारी-भरकम पायलें (Anklets) या धूल खाते हुए चांदी के बर्तन पड़े हैं? अगर हाँ, तो बधाई हो! आप अनजाने में ही सही, लेकिन एक छोटे से खजाने के मालिक बन बैठे हैं।
सराफा बाजार में आज जो हुआ, उसने इतिहास रच दिया है। चांदी (Silver), जिसे हम अक्सर ‘गरीबों का सोना’ कहते थे, आज अमीरों की शान बन गई है। बाजार में चांदी का भाव ₹2,00,000 (2 लाख रुपये) प्रति किलो के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया है।
यह खबर उन लोगों के लिए किसी जैकपॉट से कम नहीं है, जिन्होंने सालों पहले सस्ती दरों पर चांदी खरीदकर घर में रखी थी। आइए समझते हैं कि आखिर चांदी इतनी महंगी क्यों हुई और अगर आप अपनी पुरानी चांदी बेचना चाहते हैं, तो आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
5 साल में पैसा 3 से 4 गुना बढ़ा!
जरा पीछे मुड़कर देखिए। 2019-20 में चांदी का भाव करीब 40 से 50 हजार रुपये किलो था। आज 2025 में यह 2 लाख के पार है।
- यानी अगर आपने उस समय 1 किलो चांदी 45,000 रुपये में ली थी, तो आज उसकी कीमत ₹2,00,000 है।
- सीधा-सीधा 4 गुना मुनाफा! इतना रिटर्न तो शायद जमीन या शेयर बाजार ने भी नहीं दिया होगा।
पुरानी चांदी बेचने का ‘गोल्डन चांस’
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह “प्रॉफिट बुकिंग” (मुनाफा वसूली) का सबसे सही समय है। बाजार में उतार-चढ़ाव चलता रहता है, लेकिन जब कीमतें “All Time High” पर हों, तो थोड़ा माल बेचकर कैश अपने पास रख लेना समझदारी होती है।
अगर आपके पास टूटी हुई ज्वैलरी, पुराने सिक्के या ऐसे बर्तन हैं जिनका अब कोई इस्तेमाल नहीं होता, तो उन्हें बेचकर आप अच्छी खासी रकम जुटा सकते हैं।
सावधान! बेचने से पहले ये 3 बातें जान लें
कीमत ज्यादा है, इसका मतलब यह नहीं कि आप आंख मूंदकर किसी भी सुनार को चांदी दे दें। पुरानी चांदी बेचते समय अक्सर लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। इन बातों का खास ख्याल रखें:
1. शुद्धता (Purity) की जांच: पुराने जमाने के जेवर अक्सर 80% या 85% शुद्ध चांदी के होते थे (जिसे ‘रूपली’ चांदी कहा जाता था), जबकि सिक्के अक्सर 99% शुद्ध होते हैं।
- सुनार के पास जाने से पहले अपनी चांदी का वजन घर पर कर लें।
- अगर ज्वैलर कहे कि इसमें खोट (Impurity) ज्यादा है, तो किसी दूसरे ज्वैलर से क्रॉस-चेक जरूर करें।
2. मेल्टिंग चार्ज (Melting Charges): जब आप पुरानी चांदी बेचते हैं, तो ज्वैलर उसे गलाने (Melting) के नाम पर 10% से 15% तक पैसा काट सकता है। कोशिश करें कि आप उस दुकान पर जाएं जहां से आपने वह सामान खरीदा था, वहां कटौती कम होती है।
3. कैश या एक्सचेंज? अगर आपको पैसों की सख्त जरूरत नहीं है, तो आप पुरानी चांदी के बदले नई हॉलमार्क वाली गोल्ड ज्वैलरी या गिन्नी ले सकते हैं। इससे आप मेकिंग चार्ज में मोलभाव कर सकते हैं।
क्यों लगी है चांदी में आग?
आप सोच रहे होंगे कि अचानक ऐसा क्या हो गया? दरअसल, चांदी अब सिर्फ गहनों की धातु नहीं रही।
- EV और Solar: इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EV) की बैटरियों और सोलर पैनल बनाने में चांदी का भारी इस्तेमाल हो रहा है।
- AI और चिप्स: कंप्यूटर चिप्स और 5G टेक्नोलॉजी में भी इसकी मांग बढ़ गई है। सप्लाई कम है और दुनिया भर की इंडस्ट्रीज को चांदी चाहिए, इसलिए भाव आसमान छू रहे हैं।