Meesho IPO Launch Date 2025: ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी और यूनिकॉर्न स्टार्टअप मीशो (Meesho) जल्द ही दलाल स्ट्रीट पर दस्तक देने वाली है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने मीशो को अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लाने की मंजूरी दे दी है। खबरों के मुताबिक, यह आईपीओ दिसंबर 2025 के शुरुआती हफ्तों में लॉन्च हो सकता है।
अगर आप भी इस आईपीओ में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यहाँ जानें कंपनी की योजना, ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) और फाइनेंशियल्स की पूरी डिटेल्स।
1. आईपीओ की डिटेल्स (Meesho IPO Details & Size)
मीशो का आईपीओ लगभग ₹6,000 से ₹7,000 करोड़ का होने की उम्मीद है। इसमें दो हिस्से होंगे:
- फ्रेश इश्यू (Fresh Issue): कंपनी लगभग ₹4,250 करोड़ के नए शेयर जारी करेगी। इस फंड का इस्तेमाल बिजनेस विस्तार और तकनीक को बेहतर बनाने में किया जाएगा।
- ऑफर फॉर सेल (OFS): कंपनी के मौजूदा निवेशक (जैसे Elevation Capital, SoftBank, Prosus) अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।
2. कब खुलेगा आईपीओ? (Meesho IPO Launch Date 2025)
सूत्रों के अनुसार, मीशो आईपीओ दिसंबर 2025 के पहले या दूसरे सप्ताह में सब्सक्रिप्शन के लिए खुल सकता है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक आधिकारिक तारीखों और प्राइस बैंड (Price Band) का ऐलान नहीं किया है। बाजार के जानकारों का अनुमान है कि कंपनी $6 बिलियन (लगभग ₹50,000 करोड़) की वैल्यूएशन का लक्ष्य रख रही है।
3. कंपनी का फाइनेंशियल रिपोर्ट कार्ड
निवेश से पहले कंपनी की आर्थिक स्थिति जानना जरूरी है।
- रेवेन्यू: वित्त वर्ष 2024 (FY24) में मीशो का रेवेन्यू 33% बढ़कर ₹7,615 करोड़ हो गया।
- मुनाफा/घाटा: कंपनी ने अपने घाटे को काफी कम किया है। FY24 में एडजस्टेड घाटा (Adjusted Loss) घटकर मात्र ₹53 करोड़ रह गया, जो पहले हजारों करोड़ में था।
- कैश फ्लो: कंपनी ने दावा किया है कि वह भारत की पहली ऐसी ई-कॉमर्स कंपनी है जो कैश फ्लो पॉजिटिव (Cash Flow Positive) हो गई है।
4. ग्रे मार्केट प्रीमियम (Meesho IPO GMP)
अभी आईपीओ की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, इसलिए ग्रे मार्केट में हलचल थोड़ी धीमी है। शुरुआती रुझानों के मुताबिक, मीशो का शेयर अपने इश्यू प्राइस से 4% से 10% प्रीमियम पर ट्रेड करने की उम्मीद है। जैसे ही प्राइस बैंड घोषित होगा, असली जीएमपी (GMP) सामने आएगा।
5. क्या आपको निवेश करना चाहिए?
मीशो भारत के टियर-2 और टियर-3 शहरों में बहुत लोकप्रिय है। इसका सस्ता और ‘वैल्यू-फॉर-मनी’ मॉडल इसे Amazon और Flipkart से अलग बनाता है।
- पॉजिटिव: रेवेन्यू में मजबूत ग्रोथ और घाटे में कमी।
- जोखिम: ई-कॉमर्स सेक्टर में गलाकाट प्रतिस्पर्धा और लॉजिस्टिक्स की लागत।
डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। किसी भी आईपीओ में पैसा लगाने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।