त्तर भारत इस समय कड़ाके की ठंड (Severe Cold Wave) की चपेट में है। 25 दिसंबर की सुबह कई शहरों में तापमान 5 डिग्री तक लुढ़क गया है। जहाँ एक तरफ लोग रजाई और हीटर का आनंद ले रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ यह मौसम दिल (Heart) के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है।

अस्पतालों की ओपीडी (OPD) में अचानक हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मरीज बढ़ गए हैं। वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञों (Cardiologists) ने एक विशेष चेतावनी जारी की है: “सुबह के समय रजाई की गर्मी से अचानक ठंडे माहौल में निकलना आपकी जान को जोखिम में डाल सकता है।”

ठंड में क्यों फेल हो जाता है दिल? (The Science Behind It)

डॉक्टर्स के मुताबिक, हमारा शरीर तापमान के बदलाव के प्रति बहुत संवेदनशील होता है।

  1. नसों का सिकुड़ना: ठंड में शरीर की गर्मी को बचाने के लिए हमारी रक्त धमनियां (Blood Vessels) सिकुड़ जाती हैं। इसे मेडिकल भाषा में ‘Vasoconstriction’ कहते हैं।
  2. ब्लड प्रेशर का बढ़ना: नसें सिकुड़ने से ब्लड को पंप करने के लिए दिल को ज्यादा जोर लगाना पड़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर (BP) अचानक बढ़ जाता है।
  3. रक्त का गाढ़ा होना: ठंड में खून के थक्के (Clotting) बनने की संभावना बढ़ जाती है, जो हार्ट अटैक का मुख्य कारण बनता है।

रजाई से निकलने का ‘3 मिनट का नियम’

अक्सर हम अलार्म बजते ही झटके से उठकर रजाई से बाहर निकल आते हैं। ठंड के दिनों में यह गलती भारी पड़ सकती है। डॉक्टर्स ने इससे बचने के लिए ‘3 मिनट का फार्मूला’ अपनाने की सलाह दी है:

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  • 1 मिनट: आंख खुलने पर तुरंत न उठें। बिस्तर पर लेटे रहें और अपने शरीर को जागने का समय दें।
  • अगला 1 मिनट: बिस्तर पर ही बैठकर अपने हाथ-पैरों को थोड़ा हिलाएं-डुलाएं ताकि ब्लड सर्कुलेशन सामान्य हो।
  • आखिरी 1 मिनट: पैरों को जमीन पर लटकाकर बैठें और फिर धीरे-धीरे खड़े हों। सीधे ठंडी हवा में जाने से पहले शरीर को कपड़ों से ढक लें।

डॉक्टर्स की 5 सख्त हिदायतें

अगर आप या आपके घर में कोई बुजुर्ग (60+) है, तो इन बातों का विशेष ध्यान रखें:

  1. सुबह की सैर (Morning Walk) से बचें: जब तक कोहरा और ठंड है, सुबह 5-6 बजे टहलने न जाएं। जब धूप निकल आए (8-9 बजे), तभी बाहर निकलें।
  2. कान और सिर ढककर रखें: ठंड सबसे पहले सिर और कान के जरिए असर करती है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा रहता है। मफलर या टोपी जरूर पहनें।
  3. गुनगुना पानी पिएं: ठंड में हम पानी कम पीते हैं, जिससे खून गाढ़ा हो जाता है। दिन भर गुनगुना पानी पीते रहें।
  4. बाथरूम में सावधानी: नहाते समय कभी भी सिर पर सीधे ठंडा पानी न डालें। पहले पैरों को भिगोएं, फिर शरीर और अंत में सिर।
  5. लक्षणों को पहचानें: अगर छाती में भारीपन, बाएं हाथ में दर्द, जबड़े में दर्द या बेवजह पसीना आए, तो इसे गैस समझकर टालें नहीं। तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।