viral videos 19 minute viral video: पिछले कुछ दिनों से इंस्टाग्राम (Instagram), एक्स (Twitter) और टेलीग्राम पर एक अजीब सा पागलपन छाया हुआ है। हर कोई बस एक ही चीज ढूंढ रहा है— “19 मिनट वाला वीडियो” (19-minute viral video)। कमेंट बॉक्स खोलो तो बस यही दिखता है— “Link dedo bhai”, “Video link in bio”, या “Full video here”

दावा किया जा रहा है कि एक कपल या किसी लड़की का प्राइवेट वीडियो लीक हो गया है, जिसकी लंबाई 19 मिनट 34 सेकंड है। जिज्ञासा (Curiosity) इंसान की फितरत है, और इसी का फायदा उठाकर स्कैमर्स ने ऐसा जाल बिछाया है जिसमें हजारों लोग फंस चुके हैं। अगर आप भी उस वीडियो के लिंक की तलाश में हैं, तो रुक जाइए! क्योंकि इस वीडियो का सच आपकी सोच से कहीं ज्यादा डरावना और खतरनाक है।

आइए जानते हैं इस वायरल ट्रेंड के पीछे का काला सच।

1. लिंक के पीछे वीडियो नहीं, बर्बादी है

सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि 99% मामलों में ऐसा कोई 19 मिनट का वीडियो है ही नहीं। यह सिर्फ एक ‘क्लिकबैट’ (Clickbait) है।

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  • स्कैम कैसे होता है? कमेंट्स में जो “Link in Bio” या टेलीग्राम लिंक दिए जा रहे हैं, वे फिशिंग लिंक्स हैं।
  • नुकसान: जैसे ही आप वीडियो देखने के लालच में उस लिंक पर क्लिक करते हैं, आपके फोन में मालवेयर (Malware) या जासूसी ऐप डाउनलोड हो जाता है। इससे आपका इंस्टाग्राम पासवर्ड, गैलरी की फोटोज और यहाँ तक कि बैंक खाते की डिटेल्स भी चोरी हो सकती हैं।

2. डीपफेक और AI का गंदा खेल

अगर कहीं कोई वीडियो मिल भी रहा है, तो एक्सपर्ट्स का मानना है कि उसमें AI (Deepfake) का इस्तेमाल किया गया हो सकता है।

  • हैकर्स किसी आम लड़की या सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की फोटो उठाते हैं और AI की मदद से उसे किसी अश्लील वीडियो में बदल देते हैं।
  • जिसे आप ‘लीक वीडियो’ समझकर मजे ले रहे हैं, हो सकता है वह किसी बेगुनाह लड़की की इज्जत नीलाम करने की साजिश हो। जरा सोचिए, अगर वह लड़की आपके परिवार की होती तो?

3. सुसाइड की झूठी खबरें

इस ट्रेंड को और हवा देने के लिए एक और झूठ फैलाया जाता है— “वीडियो वायरल होने के बाद लड़की ने सुसाइड कर लिया।” यह सरासर झूठ होता है। यह सिर्फ इसलिए फैलाया जाता है ताकि लोग इमोशनल होकर या उत्सुकता में वीडियो को और ज्यादा सर्च करें। हकीकत में, वीडियो वाली लड़की अक्सर सामने आकर बताती है कि वह जिंदा है और वीडियो फेक है।

4. जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है

यह कोई मजाक नहीं है। भारत सरकार के IT Act 2000 (Section 67) के तहत, किसी भी तरह के अश्लील (Obscene) या प्राइवेट वीडियो को इलेक्ट्रॉनिक रूप से शेयर करना, मांगना या अपने फोन में स्टोर करना एक दंडनीय अपराध है।

  • अगर वीडियो में कोई नाबालिग शामिल है (जैसा कि कुछ अफवाहों में कहा गया), तो आप पर POCSO एक्ट भी लग सकता है, जिसमें जमानत मिलना भी मुश्किल होता है।

19 मिनट का वीडियो” सिर्फ एक छलावा है आपको ठगने का। अपनी सुरक्षा अपने हाथ में है। इस खबर को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि वे भी किसी मुसीबत में फंसने से बच सकें।