राजधानी जयपुर में बिजनेसमैन लतेश गोयल की संदिग्ध हालात में घर की बालकनी से गिरने से हुई मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक के बेटे हनी गोयल ने दावा किया कि पत्नी स्नेहा ने उसके पिता को बालकनी से धक्का देकर मार डाला। जब शिकायत मिली, पुलिस ने आरोपी पत्नी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। हनी की स्नेहा, पिता की मौत से पहले एक सड़क दुर्घटना में मां और बहन को खो चुकी थी।
पिता की मृत्यु के बाद हनी गोयल ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि 11 अगस्त की सुबह उनके पिता लतेश गोयल और उनकी पत्नी स्नेहा में एक विवाद हुआ था। तब स्नेहा गुस्से में दौड़ी और 15 फीट ऊंची बालकनी से ससुर को धक्का दे दी। सड़क पर गिरते ही लतेश होश खो गया। अपने घायल पिता को बेटा हनी ने अस्पताल लेकर गया, लेकिन अगले दिन 12 अगस्त की देर शाम उन्होंने दम तोड़ दिया।
ससुर की मौत से पहले ही छोड़ दिया घर
हनी ने कहा कि स्नेहा ने घर से सोने-चांदी और नगदी लेकर अस्पताल में भर्ती पिता की मौत से पहले भाग गई। इसके बाद उसका परिवार घर से बाहर निकल गया और झगड़ा करने लगा। यहाँ, ससुर की मृत्यु के बाद बहू ने महिला थाने में अपील की है। जिसमें दहेज की शिकायत की गई है। हालाँकि, मामला अभी भी चर्चा में है। एफआईआर होने के बाद मामला जांच किया जाएगा।
6 महीने पहले हुई थी लव मैरिज
दरअसल, 15 फरवरी 2023 को जयपुर के जयसिंहपुरा में नारायण धाम में रहने वाले हैंडीक्राफ्ट बिजनेसमैन लतेश गोयल के बेटे हनी गोयल और उनके गोदाम के सामने रहने वाली स्नेहा से 6 महीने पहले लव मैरिज हुई थी। लेकिन शादी के बाद से घर में हर छोटी छोटी बात पर बहस होने लगी। जब वे इतने तनाव में थे, तो उसके पिता शराब पीने लगे और घर की जगह गोदाम में रहने लगे।
बिजनेसमैन ने पिछली रात 10 अगस्त को भी ड्रिंक करके गोदाम में ही रुक दिया। लेकिन बेटे की सलाह के बाद घर पहुंचे। अगली सुबह घर में फिर झगड़ा हुआ और बहू स्नेहा ने लड़ाई के दौरान ससुर को नशामुक्ति केंद्र भेजने की बात कही। फरियादी पति की शिकायत पर पुलिस ने पत्नी स्नेहा के खिलाफ मारपीट और गैर-इरादतन हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मां और बहन को पहले ही खो चुका
पीड़ित हनी ने बताया कि 2011 में फतेहपुर सीकरी में हुए एक सड़क हादसे में उसकी मां आशा गोयल और बहन निशी की मौत हो गई थी। तब पिता और पुत्र एक घर में रहते थे। जब हनी ने अपने पिता को स्नेहा डे से प्यार की बात बताई, तो उन्होंने ही शादी के लिए रजामंदी दी थी ताकि बहू आकर घर का काम कर सके।