Haryana Politics: INSO के राष्ट्रीय अध्यक्ष Digvijay Chautala ने INLD नेता Abhay Singh Chautala को विदेशी से आई धमकी भरी कॉल पर चुटकी है। झज्जर लोकनिर्माण विश्रामगृह में इनसो कार्यकर्ताओं की बैठक को सम्बोधित करने से पूर्व मीडिया से रूबरू हुए दिग्विजय चौटाला ने मीडिया के सवालों का जवाब देते रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में दो गार्ड लेने के लिए विदेशों से कॉल कराना अब नेताओं का क्लचर बन चुका है और अभय चौटाला को मिली धमकी भी इसी का एक हिस्सा है।
बंगलूरू में हुई महागठबंधन की दूसरी बैठक को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए आईएनएलडी की तरफ भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि फतेहाबार में आईएनएलडी नेता ही महागठबंधन के तम्बू गाडऩे की बात कहते थे। लेकिन बंगलूरू में हुई बैठक में शामिल होने का निमंत्रण तक उन्हें नहीं मिला। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि उनके चाचा की बंगलूरू की फ्लाइट की टिकट भी धरी की धरी रह गई।
छात्र संघ चुनाव को 5 अगस्त का दिया अल्टीमेटम
हरियाणा के प्रस्तावित छात्र संघ चुनाव को लेकर इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने प्रदेश सरकार को 5 अगस्त तक का समय दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने पांच अगस्त तक इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया तो फिर 6 अगस्त को फैसला लेने के लिए इनसो ही मजबूर होगी। दिग्विजय चौटाला बुधवार को झज्जर में इनसो कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
राजस्थान में मजबूती से चुनाव लड़ेगी जेजेपी
छात्र इकाई के चुनाव को लेकर भी इस दौरान दिग्विजय चौटाला अबकि बार सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि छात्र इकाई के चुनाव पेंडिंग है और हर हाल में छात्र इकाई के चुनाव होने चाहिए। यह इनसो के संविधान में भी शामिल है।
राजस्थान में भविष्य में होने वाले विस चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए दिग्विजय चौटाला ने कहा कि JJP वहां केवल उपस्थिति दर्ज कराने के लिए चुनाव नहीं लड़ रही है बल्कि जेजेपी वहां मजबूती से चुनाव लड़ेगी और सफल भी होगी। दिग्विजय चौटाला यहां पर इनसो के हिसार में होने वाले स्थापना दिवस का न्यौता देने के लिए पहुंचे थे।
फैडरेशन के फैसले पर सवाल नहीं उठने चाहिए
एशियन गेम्स में बजरंग पूनिया और विनेश फौगाट को मिली छूट को लेकर हो रहे खिलाडियों के विरोध को लेकर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए दिग्विजय चौटाला ने कहा कि फैडरेशन के फैसले पर सवाल नहीं उठने चाहिए। इस पर राजनीति भी नहीं होनी चाहिए, लेकिन वह आईओए के सदस्य है, यदि किसी खिलाड़ी के साथ अन्याय हुआ है तो वह इसे बैठक में जरूर उठाएंगे।