Taj Mahal: मानसून के दौरान बारिश से नदियों का जलस्तर खतरे की लकीर से भी ऊपर बह रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक उफनती नदियों ने बहुत कुछ बर्बाद कर दिया है। लोगों के घर पानी से भर गए।
यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ रहा
ताजमहल के निकट दशहरा घाट में भी जल से भर गया है। घाट के किनारे बांस बलिया है। लोगों को घाट के किनारे जाने से पुलिस ने रोका है। यमुना का जलस्तर अगर आगरा में इसी तरह बढ़ता रहा तो ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों की समस्या बढ़ सकती है। यमुना किनारे की सड़क पानी से भरी हुई है। बाढ़ की आशंका से लोग भागने लगे हैं।
1978 में ताजमहल तक पहुंचा था पानी
ताजमहल की दीवार को 45 साल बाद आगरा में यमुना नदी ने छुआ है। 1978 में यहां बाढ़ आई थी, फ्लड लेवल 508 था। उस समय ताजमहल की दीवार पर पानी था। बहुत से गाँव और यमुना किनारे बसने वाली कालोनियां जलमग्न हो गईं। सोमवार सुबह फिर पानी ताजमहल की दीवार तक पहुंच गया। ताजमहल के निकट स्थित श्मशान घाट भी जल से भर गया है। इससे अंतिम संस्कार भी नहीं किया जा सकता है।
खतरे का निशान से उपर है यमुना
यमुना नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है। आज सुबह यमुना का जलस्तर 497.20 फीट था। यमुना नदी का पानी ताजमहल के पीछे बने ताजव्यू प्वाइंट पर भी आता है, इसलिए इसे आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। ताजमहल के पीछे महताब बाग के पास स्थित ताज सुरक्षा पुलिस चौकी भी जल से भर गई है। यमुना पानी चौकी में पहुंचने के बाद, सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी अपने सामान को पास की अस्थाई चौकी पर ले गये है।
स्मारकों तक पहुंचा पानी
आगरा में यमुना के किनारे कई स्मारक हैं, जैसे ताजमहल, एत्माद्दौला, मेहताब बाग, चीनी का रोजा और रामबाग। यमुना का जलस्तर बढ़कर ताजमहल की दीवार तक पहुंच गया है। पहले यहां प्लिंथ प्रोटेक्शन करता था। वहां तक यमुना का पानी पहुंचा है। एत्माद्दौला यमुना के किनारे बनी कोठरियों में एक से डेढ़ फुट तक पानी भर गया। यमुना मेहताब बाग, चीनी का रोजा, काला गुंबद, जोहरा बाग और रामबाग की दीवारों से सटकर बहती है।
घर खाली करने का नोटिस
दयालबाग के निचले क्षेत्रों में पानी भरने लगा है। इसके लिए दयालबाग की तनिष्क राजश्री कॉलोनी में प्रशासन ने नोटिस भेजा है। कालोनी के सभी 33 घर खाली करने का आदेश दिया गया है। यमुना तेजी से कॉलोनी की ओर बह रही है। बाढ़ को देखते हुए प्रशासन ने चार बाढ़ राहत चौकी बनाई हैं। वीरी सिंह इंटर कॉलेज दयालबाग में बाढ़ राहत केंद्र बनाया गया है।